लगातार बारिश से कच्चे मकान जर्जर, ग्रामीणों में दहशत
रिपोर्ट: शैलेश सिंह
सारंडा के छोटानागरा पंचायत अंतर्गत छोटाजामकुंडिया गांव में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। घर का मिट्टी का दिवाल गिरने से 60 वर्षीय वृद्धा सन्मइत कुम्हार मलबे के नीचे दबकर गंभीर रूप से घायल हो गईं। इलाज के दौरान उनकी मौत राउरकेला में हो गई।
मुखिया की सास थीं मृतका
मृतका, गंगदा पंचायत के मुखिया सुखराम उर्फ राजू शांडिल की सास थीं। राजू शांडिल ने बताया कि हादसा अचानक हुआ। घर में बैठी सास पर अचानक मिट्टी का दीवार गिर पड़ा। परिवार के लोग तुरंत मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाले।
मनोहरपुर से राउरकेला तक संघर्ष
गंभीर हालत में उन्हें सबसे पहले मनोहरपुर अस्पताल ले जाया गया। वहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें राउरकेला रेफर कर दिया। राउरकेला ले जाने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मुखिया की मांग – मिले सरकारी मुआवजा
राजू शांडिल ने कहा कि उनकी सास की मौत पूरी तरह प्राकृतिक आपदा की वजह से हुई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सरकारी प्रावधानों के अनुसार मृतका के आश्रितों को उचित मुआवजा दिया जाए।
बारिश ने उजाड़े कच्चे घर
पिछले एक महीने से सारंडा और आसपास के इलाकों में लगातार भारी वर्षा हो रही है। इसके कारण कच्चे मकानों की दीवारें गिरने और घरों के क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं बढ़ी हैं। ग्रामीणों के मुताबिक कई परिवार अब असुरक्षित घरों में रह रहे हैं और बारिश का खतरा लगातार मंडरा रहा है।