वर्ल्ड आर्चरी यूथ चैंपियनशिप 2025 में भारत ने जीते 4 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक
रिपोर्ट: सरायकेला संवाददाता
भारतीय तीरंदाजों का कमाल
कनाडा के विनिपेग शहर में आयोजित वर्ल्ड आर्चरी यूथ चैंपियनशिप 2025 में भारतीय तीरंदाजों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए कुल 8 पदक अपने नाम किए। इसमें 4 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक शामिल हैं। इस शानदार उपलब्धि पर आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने पदक विजेताओं को हार्दिक बधाई दी।
“यह सिर्फ़ जीत नहीं, भविष्य की झलक है” – अर्जुन मुंडा
सरायकेला प्रखंड के सीनी मोड़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा –
“यह जीत सिर्फ़ एक उपलब्धि नहीं है, बल्कि भारतीय तीरंदाजी की ताक़त, युवा प्रतिभा के समर्पण और आने वाले स्वर्णिम भविष्य का प्रमाण है। हमारे तीरंदाजों की मेहनत और जुनून ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।”
उन्होंने कहा कि झारखंड समेत देशभर के युवा तीरंदाज इस उपलब्धि से प्रेरित होंगे। आने वाले वर्षों में भारतीय आर्चरी दल और भी बड़े मंचों पर सफलता हासिल करेगा।
झारखंड से जुड़ी उम्मीदें
अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड की धरती ने हमेशा देश को उत्कृष्ट तीरंदाज दिए हैं। यहां के आदिवासी समाज की परंपरा में तीर-कमान सिर्फ खेल नहीं, बल्कि संस्कृति का हिस्सा है। यही वजह है कि यहां से निकली प्रतिभाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार देश का नाम रौशन कर रही हैं।
आर्चरी एसोसिएशन का प्रयास
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्चरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया लगातार खिलाड़ियों को बेहतर मंच देने के लिए काम कर रही है। प्रशिक्षण, अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का अनुभव और सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
शोक संवेदना भी प्रकट की
सरायकेला प्रखंड के जोजो गांव में मंगलवार को अर्जुन मुंडा ने दिवंगत सरला देवी के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। सरला देवी, पाद्मलोचन मंडल की माता थीं जिनका हाल ही में निधन हो गया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने सरला देवी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान ग्रामीणों से विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की गई।
इस मौके पर आदित्यपुर नगर निगम के पूर्व उप महापौर अमित सिंह, भाजपा के कार्यकारी प्रखंड अध्यक्ष मुरली प्रधान, अविनाश सिंह, शीशीर मंडल, मिहिर मंडल और भीष्म मंडल समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।