सांसद प्रतिनिधि मोहम्मद तबारक की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक, उत्पादन व डिस्पैच ठप करने की धमकी
गुवा संवाददाता।
गुवा सेल खदान में निकली 18 लोगों की बहाली को लेकर आसपास के ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार दोपहर 12 बजे गुवा बाजार स्थित बस स्टैंड में आयोजित बैठक में दस गांवों के ग्रामीणों ने साफ कहा कि यदि इस बार भी बाहरी लोगों को नौकरी दी गई और स्थानीय बेरोजगार युवकों को नज़रअंदाज़ किया गया, तो खदान उत्पादन और डिस्पैच को रोककर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
बैठक में गूंजा ग्रामीणों का गुस्सा
बैठक की अध्यक्षता सांसद जोबा मांझी के प्रतिनिधि मोहम्मद तबारक ने की। इसमें गुवासाई, बाईहातु, बुंडू, गांगदा, पेचा, राईका, ठाकुरा, नुईया और अंगरवा समेत दस गांवों के ग्रामीण मौजूद थे। ग्रामीणों ने एक सुर में कहा कि पिछले साल निकली आठ पदों की बहाली में स्थानीय युवाओं की उपेक्षा कर यूनियन से जुड़े लोगों को नौकरी दे दी गई थी।
“स्थानीयों को मिले प्राथमिकता”
सांसद प्रतिनिधि मोहम्मद तबारक ने कहा कि गुवा खदान के बीचोंबीच बसे गांवों के युवाओं का हक़ सबसे पहले बनता है। लेकिन सेल प्रबंधन बार-बार बाहरी लोगों को प्राथमिकता दे रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस बार 18 पदों की बहाली में यदि स्थानीय युवाओं को नौकरी नहीं मिली, तो ग्रामीण चुप नहीं बैठेंगे।
चक्का जाम की चेतावनी
ग्रामीणों ने ऐलान किया कि अगर इस बार भी बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रही और स्थानीय बेरोजगारों की अनदेखी की गई, तो वे गोलबंद होकर गुवा सेल खदान का उत्पादन और डिस्पैच रोक देंगे। उन्होंने साफ कहा कि आंदोलन से उत्पन्न स्थिति की पूरी जिम्मेदारी सेल प्रबंधन की होगी।
ग्रामीणों की भारी उपस्थिति
बैठक में सांसद प्रतिनिधि मोहम्मद तबारक के अलावा लांगो चाम्पिया, रुईदास मरांडी, विजय अंगरिया, रवि पूर्ति, कृष्ण टोपनो, मंगल अंगरिया, सादोन चाम्पिया, मानता सुरीन, कानू पूर्ति, राजेंद्र सुंडी, श्याम चाम्पिया, सोंगा सिद्धू, माधो टोपनो, महती टोपनो, मोरंग सिंह पूर्ति, रोया टोपनो समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।