घंटों ठप रहा परिचालन, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
गुवा संवाददाता।
शनिवार देर रात गुवा रेलवे के सेल साइडिंग में एक बड़ी लापरवाही सामने आई। साइडिंग से मुख्य रेलमार्ग की ओर ले जाई जा रही एक मालगाड़ी के चार डिब्बे अचानक पटरी से उतर गए। घटना रात लगभग साढ़े नौ बजे की बताई जा रही है।

राहत दल की तैनाती, घंटों चला रेस्क्यू
घटना की सूचना मिलते ही डांगवापोसी से राहत व मरम्मती दल (रिलिफ ट्रेन) गुवा पहुंचा और तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया।
रेलवे कर्मी देर रात तक मोर्चे पर डटे रहे।
कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद:
✅ बेपटरी डिब्बों को हटाया गया
✅ ट्रैक को पूरी तरह साफ किया गया
✅ और फिर रेल परिचालन सामान्य किया गया
लगातार बढ़ रही दुर्घटनाएं, जिम्मेदारी कौन लेगा?
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि डांगवापोसी–गुवा रेलखंड में मालगाड़ियों के बेपटरी होने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
ऐसे में बड़ा सवाल—
➡ रेल प्रशासन आखिर कब जागेगा?
➡ सुरक्षा व्यवस्था के दावे सिर्फ कागजों में ही क्यों?
रेलवे इस रेलखंड को “शून्य दुर्घटना क्षेत्र” बनाने का दावा करता है, मगर इस तरह की घटनाएं बार-बार दावों की पोल खोल रही हैं।
बाल-बाल बचे कर्मचारी
सौभाग्य से इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
लेकिन सवाल ये है कि अगली बार भी क्या किस्मत साथ देगी?
कारणों की जांच शुरू
रेल प्रशासन ने घटना के कारणों की जांच के लिए विभागीय जांच टीम गठित कर दी है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि—
क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी?
या फिर एक बार फिर मामला रिपोर्टों के ढेर तले दब जाएगा?















