पुलिस की बड़ी कार्रवाई, सरगना अनिसुर रहमान उर्फ राजू फरार
रिपोर्ट: शैलेश सिंह।
प. सिंहभूम पुलिस ने बुधवार तड़के गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई में भारी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप (Onerex Cough Syrup) जब्त करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। यह कफ सिरप रांची से जैतगढ़ होते हुए उड़ीसा भेजा जा रहा था। जब्त माल की कीमत करीब 7 लाख रुपये आंकी गई है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
19 अगस्त 2025 की रात करीब 12:30 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक 407 मालवाहक वाहन (नंबर JH01DW-1678) में कफ सिरप की खेप रांची से जैतगढ़ लाई जा रही है। इस कारोबार का सरगना अनिसुर रहमान उर्फ राजू, निवासी रहीमाबाद, थाना जगन्नाथपुर, बताया गया है। पुलिस के अनुसार राजू इस अवैध सिरप को जैतगढ़ से उड़ीसा और झारखंड के विभिन्न इलाकों में खपाने की योजना बना रहा था।
पुलिस अधीक्षक चाईबासा के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (जगन्नाथपुर) रफाएल मुर्मू के नेतृत्व में विशेष छापामारी टीम गठित की गई। टीम ने आईटीआई मोड़ तोड़ागहातु के समीप चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान संदिग्ध वाहन को रोककर तलाशी ली गई।
बरामदगी
वाहन से कुल 30 पेट्टियां बरामद हुईं, जिनमें 3600 बोतल Onerex Cough Syrup थी। किसी प्रकार का वैध कागजात नहीं मिलने पर पुलिस ने मालवाहक वाहन समेत सभी सामान को जब्त कर लिया। बरामद माल की अनुमानित कीमत लगभग 7,02,000 रुपये बताई जा रही है।
गिरफ्तार तस्कर
पुलिस ने मौके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया—
- राजेन्द्र प्रधान (37 वर्ष), पिता- केशर प्रधान, ग्राम- चिरूमाठा स्कूल टोला, थाना- आनन्दपुर, चाईबासा।
- अमरदीप लागुरी (31 वर्ष), पिता- स्व. बुधराम लागुरी, ग्राम- तोड़ंगहातु, थाना- जगन्नाथपुर, चाईबासा।
- सुनिल तिर्की (28 वर्ष), पिता- प्रेम तिर्की, ग्राम- चारबंदिया, थाना- आनन्दपुर, चाईबासा।
सरगना फरार
इस धंधे का सरगना अनिसुर रहमान उर्फ राजू फिलहाल पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस का दावा है कि उसकी तलाश तेज़ कर दी गई है और जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
छापामारी दल में शामिल पुलिसकर्मी
- श्री रफाएल मुर्मू (अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जगन्नाथपुर)
- अविनाश हेम्ब्रम (थाना प्रभारी, जगन्नाथपुर)
- पु.अ.नि. अभिमन्यु कुमार
- पु.अ.नि. विश्वनाथ हेम्ब्रम
- हवलदार अजित एक्का
- आ. 389 मो. इबरार
- आ. 488 दीपक केरकेट्टा
- आ. 941 वासुदेव उरांव
- आ. 1068 रबीन्द्र उरांव
- चालक गृ.र. सं. 13159 प्रकाश बेहरा
नशे का जाल और युवाओं पर असर
विशेषज्ञ बताते हैं कि कफ सिरप का यह अवैध कारोबार युवाओं के भविष्य को सबसे अधिक नुकसान पहुँचा रहा है।
- कफ सिरप का दुरुपयोग: सामान्य तौर पर यह सिरप खांसी-जुकाम के इलाज में इस्तेमाल होता है, लेकिन इसके नशे वाले तत्व (कोडीन फॉस्फेट) की वजह से नशेड़ी युवक इसे शराब और अन्य नशीले पदार्थों की तरह इस्तेमाल करते हैं।
- तेज़ी से फैलता असर: कफ सिरप को कोल्ड ड्रिंक या अन्य पेय पदार्थों के साथ मिलाकर पिया जाता है। यह धीरे-धीरे लत का रूप ले लेता है और शरीर पर बुरा असर डालता है।
- युवाओं पर निशाना: गरीब और बेरोजगार तबके के किशोर-युवा सबसे आसान शिकार बनते हैं। यह सिरप सस्ती दर पर उपलब्ध कराया जाता है ताकि वे इसकी आदत डाल लें।
- स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव: लंबे समय तक कफ सिरप का सेवन लिवर और किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। स्मृति कमजोर होती है, मानसिक असंतुलन और अचानक मौत तक हो सकती है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह नेटवर्क केवल पश्चिमी सिंहभूम या झारखंड तक सीमित नहीं है, बल्कि उड़ीसा और बंगाल तक फैला हुआ है।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। “नशे का यह अवैध कारोबार समाज की जड़ों को खोखला कर रहा है। हम इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।”