गुवा संवाददाता।
शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन बुधवार को गुवा और आसपास के क्षेत्रों में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। सुबह से ही वन देवी मंदिर और गुवा रामनगर पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजी-धजीं, पूरे विधि-विधान से मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना करती नजर आईं। भक्तों ने मां से परिवार की सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति की मंगलकामना की।

धार्मिक मान्यताओं के साथ गूंजे भजन-कीर्तन
नवरात्रि की पूजा कर रहे पंडित मलय पाणिग्राही ने बताया कि मां चंद्रघंटा की उपासना से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं तथा साहस और शांति की प्राप्ति होती है। श्रद्धालुओं ने देवी को फल, फूल, घी, दूध और विशेष भोग अर्पित कर अपनी आस्था व्यक्त की। वहीं जगह-जगह आयोजित भजन-कीर्तन और सामूहिक आरती से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो उठा।
आकर्षक सजे पंडाल, तैयारियां चरम पर
गुवा के विभिन्न पूजा पंडालों को आकर्षक रोशनी और सजावट से सजाया गया है। सप्तमी, अष्टमी और महानवमी के अवसर पर भंडारे एवं प्रसाद वितरण की विशेष व्यवस्था की जा रही है। ढोल-नगाड़ों की गूंज और देवी गीतों से पूरा क्षेत्र धार्मिक रंग में रंग गया।

आस्था और एकता का परिचय
श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं और सामूहिक रूप से मां चंद्रघंटा की आराधना में शामिल होकर आस्था और एकता का परिचय दिया। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर गुवा और आसपास का वातावरण पूरी तरह धार्मिक रंग में सराबोर हो गया। भक्तों ने मां से सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मांगा।















