झारखंडी संस्कृति की विविधता से सजा जामडीह कला भवन
नीमडीह (सरायकेला-खरसावां)।
नीमडीह प्रखंड अन्तर्गत तिल्ला पंचायत के जामडीह गांव में सोमवार को मानभूम लोक कला उत्सव 2025 का रंगारंग शुभारंभ हुआ। झारखंड सरकार के पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सहयोग से तथा झारखंड स्वैच्छिक सांस्कृतिक संस्थाओं को वित्तीय सहायता अनुदान योजना के अंतर्गत पुरुलिया छऊ डांस अकादमी द्वारा इसका आयोजन किया गया।
दीप प्रज्वलन के साथ हुआ उद्घाटन
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। मौके पर जनप्रतिनिधि मुखिया वीणापाणि माझी, ग्राम प्रधान पूर्ण चन्द्र कुमार, छऊ मुखौटा निर्माता सह झारखंड सांस्कृतिक सम्मान से पुरस्कृत सुशांत महापात्र, अंतरराष्ट्रीय छऊ उस्ताद बंशीधर महतो, प्रभात महतो, गंभीर महतो, कार्तिक महतो, गोवर्धन गोप, चण्डीचरण महतो, बुद्धू सिंह मुंडा समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।
सम्मानित हुए कलाकार और थियेटर व्यक्तित्व
थियेटर के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले एन.एस.डी. (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा) पास आउट जीतराम हाँसदा को सम्मानित किया गया। साथ ही कई स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों को भी इस अवसर पर सम्मान देकर प्रोत्साहित किया गया।
पाँच विधाओं से सजा सांस्कृतिक मंच
कला भवन में आयोजित कार्यक्रम में दर्शकों को पाँच पारंपरिक लोक विधाओं का संगम देखने को मिला—
- बाऊल संगीत : चित्तरंजन महतो एवं उनकी टीम
- झुमुर संगीत : मुक्तीनाथ महतो
- नाटुआ नृत्य : विश्वादेव महतो की टीम
- पाईका नृत्य : गुलाब सिंह मुंडा की मंडली
- छऊ नृत्य : कार्तिक कर्मकार की टीम
हर प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया और तालियों की गूंज ने कलाकारों का हौसला बढ़ाया।
“संस्कृति संरक्षण ही मुख्य उद्देश्य”
आयोजक पुरुलिया छऊ डांस एकेडमी के सचिव सह निर्देशक परेश प्रसाद पारीत ने कहा –
“झारखंड की कला और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण एवं प्रोन्नति ही इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। भविष्य में भी ऐसे आयोजन से ग्रामीण और क्षेत्रीय कलाकारों को मंच और ऊर्जा मिलेगी।”
खचाखच भरा रहा कला भवन
जामडीह कला भवन दर्शकों से खचाखच भरा रहा। हर प्रस्तुति पर तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल गूंज उठा। लोगों ने लोक संगीत और नृत्य की झलकियों में अपनी संस्कृति को जीवंत होते देखा। इस आयोजन में एकाडेमी के बन बिहारी कुंभकार, देबाशिष पारीत, निरंजन पारीत, लखिन्दर मछुआ, शुभाषीश पारीत, भरत कुमार, विभिषण सिंह, महेश सिंह, मिठून सिंह, भोला मछुआ, अजीत कुमार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।