भक्ति गीतों से गुंजायमान हुआ गुवा, किरीबुरू, मेघाहातुबुरू, बड़ाजामदा का दुर्गा पूजा पंडाल
गुवा/किरीबुरू संवाददाता। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन पूरे लोहांचल के दुर्गा पूजा पंडाल में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। सुबह से ही बड़ी संख्या में महिलाएं पारंपरिक परिधान पहनकर पंडाल पहुंचीं और मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की विधिवत पूजा-अर्चना की।

भक्ति भाव से परिपूर्ण माहौल
पूजा पंडाल में मां शैलपुत्री की आराधना के साथ ही पूरे परिसर में भक्ति गीतों की गूंज सुनाई दी। ढोल-नगाड़े और मंत्रोच्चार से वातावरण भक्तिमय बना रहा। श्रद्धालुओं ने पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित कर मां से परिवार की सुख-समृद्धि एवं मंगलकामना की।
महिलाओं की बढ़ी सहभागिता
सुबह से ही महिलाओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। समूह में पहुंची श्रद्धालु महिलाओं ने परंपरा अनुसार कलश और थाली सजाकर माता की आराधना की। कई महिलाओं ने बताया कि नवरात्रि का पहला दिन परिवार और समाज में सकारात्मक ऊर्जा भरता है।
आध्यात्मिक शक्ति का संचार
पूजा समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि नवरात्रि के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की उपासना से साधक को आध्यात्मिक शक्ति और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। यह दिन साधना और आत्मसंयम का प्रतीक है।
धार्मिक वातावरण से क्षेत्र हुआ आलोकित
लोहांचल का दुर्गा पूजा पंडाल भक्तों की भीड़ से गुलजार रहा। श्रद्धालुओं की उपस्थिति और भक्ति गीतों की गूंज से क्षेत्र का धार्मिक माहौल और भी मनमोहक बन गया। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों—सभी ने उत्साह के साथ दिनभर मां के दर्शन किए।















