सत्संगी परिवारों ने लिया आशीर्वाद, जीवन-दर्शन पर प्रवचन और भव्य भंडारे का आयोजन
गुवा संवाददाता।
बड़ाजामदा सत्संग विहार में मंगलवार को परम प्रेममय युग पुरुषोत्तम श्री श्री ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी का 138वां आविर्भाव दिवस बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा भाव के साथ सम्पन्न हुआ। इस पावन अवसर पर बड़ाजामदा के अलावा नोवामुंडी, किरीबूरु, गुवा, झींकपानी सहित आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों सत्संगी परिवार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने ठाकुर जी के चरणों में नतमस्तक होकर दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त किया।

भक्ति रस से सराबोर हुआ सत्संग विहार
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 5:33 बजे सामूहिक प्रार्थना एवं मांगलिक गान से हुआ। तत्पश्चात सुबह 7:05 बजे ग्रंथ पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भक्ति रस में लीन होकर अपने ह्रदय से ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी के प्रति अटूट श्रद्धा व्यक्त की। इस दौरान पूरे सत्संग विहार में आध्यात्मिक माहौल व्याप्त रहा।
धर्मसभा में उजागर हुआ ठाकुर जी का जीवन-दर्शन
सुबह 8:30 बजे जलपान के बाद 11:15 बजे धर्मसभा का आयोजन हुआ। धर्मसभा में प्रमुख वक्ताओं ने ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी के जीवन-दर्शन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ठाकुर जी का सम्पूर्ण जीवन मानवता की सेवा, प्रेम, करुणा और समाज सुधार के उच्च आदर्शों से ओतप्रोत था। वक्ताओं ने सत्संगियों को यह संदेश भी दिया कि ठाकुर जी के बताए मार्ग पर चलना ही जीवन की सबसे बड़ी साधना है।

भव्य भंडारे में हुआ प्रसाद वितरण
धर्मसभा के पश्चात दोपहर 1:30 बजे विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और सेवा भाव का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। सेवा कार्य में सभी श्रद्धालु और आयोजक मिलकर तन-मन से जुटे रहे।
संध्या प्रार्थना के साथ समापन
दिनभर सत्संग विहार में भजन-कीर्तन एवं आध्यात्मिक कार्यक्रम चलते रहे। संध्या प्रार्थना के साथ विधिवत रूप से समापन हुआ। उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस पावन आयोजन को जीवन का अविस्मरणीय अनुभव बताया और कहा कि ठाकुर अनुकूलचन्द्र जी के बताए मार्ग पर चलना उनके जीवन की सर्वोच्च साधना है।















