ब्रेक थ्रू साइंस सोसायटी, चाईबासा इकाई का विशेष कार्यक्रम
चाईबासा, 23 अगस्त 2025।
अंधविश्वास, रूढ़िवाद और पाखंडवाद जैसी कुरीतियों को समाप्त कर समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में ब्रेक थ्रू साइंस सोसायटी, चाईबासा इकाई (मैडम क्यूरी साइंस क्लब) ने एक अनूठी पहल की। शनिवार को चाईबासा के तांबो स्थित मैडम क्यूरी साइंस क्लासेस में “लर्निंग साइंस थ्रू एक्सपेरिमेंट” कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रयोगों से विज्ञान की समझ
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सीधे विज्ञान प्रयोगों के जरिए सीखने का अवसर देना था। सोसाइटी के राज्य कमेटी सदस्य सत्येन महतो और निलेंदु दे ने अपने रोचक और आश्चर्यजनक प्रयोगों से बच्चों में वैज्ञानिक जिज्ञासा जगाई।
उन्होंने स्पष्ट किया कि विज्ञान के जरिए ही समाज में व्याप्त डायन प्रथा, पाखंडवाद और अंधविश्वास जैसी बुराइयों का अंत संभव है।
विशेष अतिथियों ने किया मार्गदर्शन
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के गणित विभाग के पूर्व गोल्ड मेडलिस्ट व शिक्षक अभिजीत मलिक तथा कोचिंग संस्थान के शिक्षक जतिन सर शामिल हुए।
दोनों ने छात्रों को वैज्ञानिक सोच अपनाने और समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए आगे आने का आह्वान किया।
देशव्यापी अभियान से जुड़ा आयोजन
गौरतलब है कि ब्रेक थ्रू साइंस सोसायटी पूरे देश में इस महीने “विज्ञान के लिए पदयात्रा” का आयोजन कर रही है। इस अभियान का उद्देश्य विज्ञान प्रेमियों, शिक्षकों और छात्रों को जोड़ते हुए वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना और अंधविश्वास के खिलाफ व्यापक जनजागरूकता फैलाना है।
स्थानीय स्तर पर उत्साह
चाईबासा इकाई द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम न सिर्फ छात्रों के लिए प्रेरणादायी साबित हुआ बल्कि स्थानीय स्तर पर भी विज्ञान के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ी।
इस अवसर की जानकारी सत्येन महतो (मैडम क्यूरी साइंस क्लब, चाईबासा) ने दी।