चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान जारी, सुरक्षा बलों ने अमित हांसदा को धराशायी किया
रिपोर्ट: शैलेश सिंह।
झारखंड पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन भा०क०पा० (माओवादी) के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा जिला में जारी विशेष अभियान के तहत सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में जोनल कमेटी सदस्य अमित हांसदा उर्फ आप्टन को ढेर कर पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। यह सफलता झारखंड पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों की रणनीति एवं समन्वित कार्रवाई का परिणाम है।
गुप्त सूचना के आधार पर विशेष अभियान की शुरुआत
पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने बताया कि दिनांक 06.09.2025 को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि प्रतिबंधित भा०क०पा० (माओवादी) नक्सली संगठन के शीर्ष नक्सली अपने दस्ते के साथ गोईलकेरा थाना क्षेत्र में आईईडी बम लगाने और नए लोगों को संगठन में भर्ती करने के उद्देश्य से भ्रमणशील हैं। इस गुप्त सूचना के आधार पर अपर पुलिस अधीक्षक अभियान पारस राणा एवं सहायक समादेष्टा दीपक कुमार के नेतृत्व में एक विशेष अभियान प्रारंभ किया गया। अभियान दल में चाईबासा जिला पुलिस और कोबरा 209 बटालियन शामिल थे।
भीषण मुठभेड़ का सिलसिला
दिनांक 07.09.2025 को प्रातः 05:45 बजे गोईलकेरा थाना के रेला पराल पंचलताबुरू जंगली क्षेत्र में सुरक्षा बलों को देखकर माओवादी उग्रवादियों ने गोलाबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने तीव्र प्रतिरोध किया। उग्रवादी समूह पहाड़ और घने जंगल का लाभ उठाकर भागने का प्रयास करने लगे। लेकिन सुरक्षा बलों की सूझबूझ और रणनीतिक प्लानिंग ने उन्हें चित कर दिया।
जोनल कमेटी सदस्य अमित हांसदा की मौत की पुष्टि
मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान चलाया गया। इस दौरान एक माओवादी का शव बरामद हुआ, जो कि जोनल कमेटी सदस्य अमित हांसदा उर्फ आप्टन था। उसके पास से एसएलआर राइफल, कारतूस, आईईडी बनाने का सामान और अन्य जरूरी उपकरण भी बरामद किया गया। अमित हांसदा का पता ढोड़ी थाना, चतरोचट्टी जिला बोकारो था। उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था। उसकी सक्रियता संगठन में वर्ष 2008 से लेकर 2025 तक दर्ज की गई थी।
अमित हांसदा के कुख्यात कांड
1. कुकडू में पुलिसकर्मियों की हत्या
14 जून 2019 को सरायकेला-खरसावां जिले के इचागढ़ धाना अंतर्गत कुकडू सप्ताहिक हाट में माओवादी आप्टन समेत अतुल, महादेव, रवि, मंगल, गौरव और अन्य साथियों ने पाच पुलिसकर्मियों की हत्या की थी। साथ ही उनके हथियार भी लूटे गए थे।
2. पूर्व विधायक पर हमला
4 जनवरी 2022 को गोईलकेरा थाना अंतर्गत पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर माओवादी आप्टन की अगुवाई में हमला किया गया था। इस कांड में दो जवान मारे गए और दो इंसास राइफल हथियाई गई थी। घटना के पहले दो बार लोवाबेड़ा में रिहर्सल भी की गई थी।
3. तुंबाहाका हत्याकांड
जनवरी 2023 में प्रताप हेंब्रम की हत्या माओवादी आप्टन, जयकांत, समीर, रापा और अन्य के द्वारा की गई थी। इसके अलावा मई 2023 में गांव पांता थाना गोईलकेरा निवासी चारो पूर्ती की गोली मारकर हत्या भी इसी गिरोह ने अंजाम दी थी।
4. लोवाबेड़ा व रेंगड़ाहातु हत्याकांड
अगस्त 2023 में लोवाबेड़ा निवासी रॉदो सुरिन उर्फ ड्राइवर की गला रेत कर हत्या की गई। इसी माह में रेंगड़ाहातु निवासी वैध सुपाय मुटकन की हत्या भी माओवादी आप्टन एवं साथियों द्वारा अंजाम दी गई थी।
5. रिटायर आर्मी जवान की हत्या
सितंबर 2023 में रिटायर आर्मी जवान सुखलाल पूर्ती उर्फ पलटन को आप्टन के नेतृत्व में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या पुलिस मुखबिरी के आरोप में की गई थी।
6. टोंटो थाना के तुंबाहाका मुठभेड़
14 अगस्त 2023 को आप्टन के नेतृत्व में संदीप, सिंगराय, रीता, अमृत, मोटका, सुदेश सहित अन्य माओवादी ने पुलिस पर घात लगाकर हमला किया था। इस हमले में एक पुलिस पदाधिकारी एवं जवान की मृत्यु हुई थी।
7. आईईडी ब्लास्ट – सारजोमबुरू
सितंबर 2023 में सारजोमबुरू क्षेत्र में आईईडी ब्लास्ट की घटना को भी आप्टन ने अंजाम दिया था। इसमें कोबरा के एक जवान की मृत्यु हो गई थी।
8. नेलसन भेंगरा हत्या
जनवरी 2024 में ग्राम समठा थाना जराइकेला निवासी नेलसन भँगरा की हत्या भी आप्टन एवं अन्य माओवादी गिरोह ने की थी।
9. जुडू सिरका व जीतेन लागूरी की हत्या
31 जनवरी और 23 फरवरी 2024 को पुलिस मुखबिरी के आरोप में जुडू सिरका व जीतेन लागुरी की हत्या माओवादी गिरोह ने की थी। इनमें आप्टन का नेतृत्व और सक्रिय भूमिका रही थी।
10. चाईबासा जेल ब्रेक (2014)
आप्टन माओवादी संगठन के साथ 2014 में चाईबासा जेल ब्रेक कांड का भी प्रमुख सदस्य था। इस घटनाक्रम में रामबिलास, साहदेव, सालुका समेत कई अन्य माओवादी गिरफ्तार हो चुके हैं।
11. राय सिंदरी पहाड़ आईईडी ब्लास्ट
27 मई 2019 को राय सिंदरी पहाड़ पर आईईडी ब्लास्ट किया गया था। इसमें आप्टन सहित 20-25 अन्य माओवादी शामिल थे।
12. बालजोड़ी बारूद लूटकांड
30 मार्च 2023 को बालजोड़ी और मेरलगाढ़ा क्षेत्र में बारूद लूटकांड को अंजाम दिया गया। आप्टन ने काण्डे और सिंगराय को कमांडर बनाया था। लूटे गए डिटोनेटर की बरामदगी अप्रैल 2024 में की गई थी।
13. हुसीपी मुठभेड़ (11 अगस्त 2023)
गोईलकेरा थाना के हुसीपी के समीप माओवादी आप्टन ने घात लगाकर पुलिस पर हमला किया, जिसमें सीआरपीएफ के एक जवान की मृत्यु हुई थी।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत विधि-सम्मत कार्रवाई
इस अभियान में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा जारी किए गए SOP/ दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। मृतक नक्सली अमित हांसदा के शव को विधि-सम्मत रूप से पोस्टमॉर्टम हेतु भेजा गया है। बरामद सामान को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा चुका है। सभी जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है ताकि कार्रवाई पारदर्शी एवं न्यायपूर्ण हो।
सुरक्षाबलों की सतत निगरानी जारी
झारखंड पुलिस और कोबरा बटालियन द्वारा नक्सली गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। प्रदेश में सक्रिय माओवादी संगठन के अन्य कुख्यात सदस्य मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अश्विन, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया सहित अन्य कई सदस्य भी लगातार छुप-छुपाकर सुरक्षित ठिकानों से बाहर निकलकर सुरक्षाबलों पर हमला करने तथा नए सदस्यों को भर्ती करने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर प्रभावी कार्रवाई हेतु समय-समय पर गुप्त सूचना प्राप्त होने पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
निष्कर्ष: सुरक्षा बलों की बेजोड़ सफलता
यह अभियान झारखंड पुलिस की रणनीति, साहस और कुशलता का प्रतीक है। एक सशक्त अभियान के तहत जोनल कमेटी सदस्य अमित हांसदा को ढेर कर पुलिस ने न केवल एक कुख्यात अपराधी को समाप्त किया, बल्कि माओवादी संगठन को एक बड़ा झटका भी दिया है। पूरे अभियान में सुरक्षा बलों ने गुप्त सूचना पर आधारित बेहद सतर्कता, सही रणनीति और विवेकपूर्ण निर्णय से कार्रवाई की।
अभी भी नक्सली विरोधी अभियान जारी है। सुरक्षा बल हर क्षण सतर्क हैं ताकि प्रदेश को नक्सली आतंक से मुक्त किया जा सके। जनता को भरोसा दिलाया गया है कि झारखंड पुलिस, कोबरा, सीआरपीएफ एवं अन्य बल मिलकर राज्य में शांति व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेंगे।