गुवा संवाददाता।
गुवा बाजार स्थित झारखंड मजदूर यूनियन कार्यालय में मंगलवार देर शाम यूनियन की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता यूनियन के महामंत्री हेमराज सोनार ने की। इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने कई अहम विषयों पर चर्चा करते हुए सर्वसम्मति से कई निर्णय लिए। बैठक में स्थानीय युवाओं की बहाली, चिकित्सा व्यवस्था में सुधार और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया।

स्थानीय युवाओं की बहाली को लेकर जोरदार मांग
बैठक में सबसे पहले स्थानीय युवाओं की बहाली का मुद्दा उठाया गया। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अधीन कार्यरत गुवा और किरीबुरू जैसे खदान क्षेत्रों में हर वर्ष बड़ी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
इसके बावजूद नए लोगों की नियुक्ति नहीं हो रही, जिससे स्थानीय सेलकर्मियों की संख्या लगातार घटती जा रही है।
यूनियन ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर समय रहते स्थानीय युवाओं के लिए बहाली प्रक्रिया प्रारंभ नहीं की गई, तो क्षेत्र में बेरोजगारी का संकट और गहराएगा।
“सेल प्रबंधन को चाहिए कि वह सेवानिवृत्त कर्मचारियों के स्थान पर स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दे, ताकि क्षेत्र के युवाओं को रोजगार का अवसर मिले,” — हेमराज सोनार, महामंत्री, झारखंड मजदूर यूनियन।
अस्पतालों की व्यवस्था चरमराई, यूनियन ने मांगा सुधार
बैठक में यह भी कहा गया कि सेल द्वारा संचालित अस्पतालों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भी कर्मचारियों को बाहर निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है।
यूनियन ने कहा कि सेल अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी, पुराने उपकरण, और दवाओं की अनुपलब्धता जैसी समस्याएं कर्मचारियों और उनके परिवारों को झेलनी पड़ रही हैं।
इस पर यूनियन ने मांग की कि अस्पतालों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस कर हाईटेक बनाया जाए ताकि स्थानीय मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके।
शिक्षा व्यवस्था में गिरावट पर चिंता
बैठक में सेल द्वारा संचालित विद्यालयों की गिरती शिक्षा गुणवत्ता पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की गई। यूनियन ने कहा कि शिक्षकों की कमी और लापरवाही के कारण बच्चों का भविष्य प्रभावित हो रहा है।
यूनियन ने सुझाव दिया कि स्कूलों में स्थानीय योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की जाए, साथ ही शिक्षण व्यवस्था में सुधार के लिए नियमित निरीक्षण की व्यवस्था हो।
“यदि शिक्षा स्तर नहीं सुधरा, तो आने वाली पीढ़ी की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता कमजोर पड़ जाएगी,” — एक वरिष्ठ यूनियन सदस्य ने कहा।
ज्ञापन सौंपेगा यूनियन, आंदोलन की चेतावनी भी दी
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि इन सभी प्रमुख मांगों को लेकर एक विस्तृत ज्ञापन स्टील सचिव संदीप पॉन्ड्रिक को उनके गुवा आगमन के दौरान सौंपा जाएगा।
यूनियन ने कहा कि अगर प्रबंधन द्वारा समय पर ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो मजदूर संगठन आंदोलनात्मक रुख अपनाने पर मजबूर होगा।
सदस्यता और सक्रिय भागीदारी पर दिया गया जोर
बैठक के अंत में महामंत्री हेमराज सोनार ने सभी सदस्यों से अपील की कि वे प्रतिदिन यूनियन कार्यालय में उपस्थित रहें और संगठन के कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि मजदूरों की एकता और जागरूकता से ही उनकी समस्याओं का समाधान संभव है।
“हमारा उद्देश्य सिर्फ मांग करना नहीं, बल्कि एक संगठित आवाज बनना है जो मजदूरों के हित में ठोस परिवर्तन ला सके।” — हेमराज सोनार।















