जिला उपायुक्त ने दी जानकारी, उन्मुखीकरण कार्यक्रम में ली गई शपथ
रिपोर्ट: शैलेश सिंह
जिला उपायुक्त ने आज प्रेस ब्रीफिंग के माध्यम से “आदि कर्मयोगी अभियान” की विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य पूरे भारत में अनुसूचित जनजातीय आबादी का सर्वांगीण विकास एवं कल्याण से जुड़ी प्रमुख योजनाओं की शत-प्रतिशत संतृप्ति सुनिश्चित करना है।
विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल
अभियान के माध्यम से आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने और शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्राम स्तर पर आदि सेवा केंद्र का निर्माण
अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम में “आदि सेवा केंद्र” स्थापित किए जाएंगे।
- यह केंद्र वन-स्टॉप सेवा केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
- यहाँ विभागीय संपर्क विवरण, योजनाओं की जानकारी और शिकायत निवारण रजिस्टर जैसी सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
- साथ ही, ग्राम विकास, अधोसंरचना और बुनियादी सुविधाओं की पूर्ति हेतु अभिसरण के माध्यम से ग्राम विकास योजना भी तैयार की जाएगी।
अभियान के मुख्य उद्देश्य
जिला उपायुक्त ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में योजनाओं के क्रियान्वयन तंत्र को मजबूत बनाना है।
- प्रशिक्षक अपने अनुभव को जमीनी स्तर तक पहुँचाकर अभियान को सफल बनाने में सहयोग करेंगे।
- आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी और आदि साथी की भूमिका के माध्यम से जनजातीय गांवों में योजनाओं के क्रिटिकल गैप को चिन्हांकित कर शत-प्रतिशत लाभ सुनिश्चित किया जाएगा।
शपथ और प्रशिक्षण
प्रेस ब्रीफिंग के उपरांत उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- इस अवसर पर उपायुक्त ने उपस्थित लोगों को आदिवासी एवं जनजातीय समाज के विकास में योगदान देने की शपथ दिलाई।
- इसके बाद मास्टर ट्रेनर्स ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों को आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान किया।