रिपोर्ट: शैलेश सिंह / संदीप गुप्ता
पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा जंगल क्षेत्र में निरंतर जारी भारी वर्षा ने ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में कहर बरपाया है। भूस्खलन, सड़क धंसने और पेड़ गिरने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

भूस्खलन से सड़क ध्वस्त, संपर्क टूटा
सबसे बड़ी घटना छोटानागरा थाना क्षेत्र के सोनापी और मारंगपोंगा गांव के बीच सामने आई। यहां लगातार बारिश से पहाड़ की मिट्टी खिसककर मुख्य ग्रामीण सड़क पर आ गिरी, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया।
कुछ ही दूरी पर सड़क किनारे मिट्टी धंसने से आधा हिस्सा गहरी खाई में समा गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण के समय गार्ड वॉल या तो बनाया ही नहीं गया, या फिर मानक के अनुसार नहीं बना, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

हाईटेंशन तार पर गिरी विशालकाय पेड़, गुवा की बिजली गुल
इधर, गुवा–बड़ाजामदा मुख्य मार्ग पर लालजी हाटिंग के पास एक विशाल पेड़ गिरकर सीधे डीवीसी और सेल कंपनी की 33 हजार केवी हाईटेंशन लाइन पर जा गिरा।
इसके चलते न केवल सड़क पर आवाजाही बंद हो गई, बल्कि गुवा शहर की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई।
सूचना मिलते ही सेल बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आपूर्ति बहाल करने के लिए पेड़ काटने तथा तारों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया।

मनोहरपुर–सोदे मार्ग पर भी पेड़ों का कहर
मनोहरपुर–सोदे मुख्य सड़क पर भी भारी वर्षा के कारण तीन स्थानों पर पेड़ गिर पड़े। हालांकि स्थानीय ग्रामीणों ने पहल करते हुए पेड़ों को काटकर हटाया और कुछ घंटों बाद आवागमन शुरू करा दिया।
नदियां उफान पर, हालात गंभीर
लगातार हो रही बारिश से सारंडा की कारो, कोइना समेत तमाम नदियां-नाले उफान पर हैं।
निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं और ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

प्रशासन के सामने चुनौती
सड़क और बिजली की दिक्कतों के साथ-साथ लगातार हो रही बारिश प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। अभी भी बारिश जारी है, ऐसे में स्थिति और भी बिगड़ सकती है।