गुप्त सूचना पर चला विशेष अभियान, गिरफ्तार नक्सली पर दर्ज हैं 40 से अधिक मामले
रिपोर्ट – शैलेश सिंह
जिला पुलिस और कोबरा बटालियन को नक्सल विरोधी अभियान में एक और बड़ी सफलता मिली है। गुप्त सूचना पर रविवार को जराईकेला थाना क्षेत्र के सारंडा जंगल से दो कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से पिस्टल, कारतूस, मैगजीन, वॉकी-टॉकी, डेटोनेटर और आईईडी बनाने से जुड़ा सामान बरामद किया गया है।
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम (सब जोनल कमेटी सदस्य) और शिवा बोदरा उर्फ शिबु (एरिया कमेटी सदस्य) के रूप में हुई है। दोनों लंबे समय से सक्रिय थे और इनके खिलाफ 40 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज हैं।
छत्तीसगढ़ से आकर झारखंड में दे रहा था दहशत
पुलिस के अनुसार, संदीप छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले का रहने वाला है और पिछले 10 सालों से झारखंड के पश्चिम सिंहभूम में सक्रिय था। वह आईईडी लगाकर सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने और स्थानीय युवाओं की भर्ती कराने जैसे कामों को अंजाम देता रहा है।
दूसरा नक्सली शिवा बोदरा, सरायकेला जिले के कुचाई थाना क्षेत्र का निवासी है। वह उड़ीसा के राउरकेला जिले के बांको में हुए विस्फोटक लूट मामले में भी शामिल रहा है।
गुप्त सूचना पर चला अभियान
30 अगस्त को पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते के साथ सारंडा इलाके में सक्रिय हैं और सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी लगाने की योजना बना रहे हैं।
सूचना के आधार पर एएसपी (ऑपरेशन) पारस राणा के नेतृत्व में चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम बनाई गई। अभियान के दौरान 31 अगस्त की सुबह दोनों नक्सली पकड़ लिए गए।
बरामद हथियार और सामान
गिरफ्तारी के दौरान सुरक्षाबलों ने मौके से भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद किया—
- पिस्टल – 01
- कारतूस – 11
- मैगजीन – 02
- वॉकी-टॉकी – 02
- डेटोनेटर
- आईईडी बनाने से संबंधित सामग्री
नक्सली संगठन का काला चेहरा – महिला दस्ते का शोषण
गिरफ्तार नक्सलियों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य अनल उर्फ रमेश महिला दस्ता सदस्यों का शारीरिक शोषण करता है और कई महिला सदस्यों का अवैध गर्भपात करवा चुका है। यह खुलासा नक्सली संगठन की अमानवीय और शोषणकारी सोच को सामने लाता है।
लंबा आपराधिक इतिहास
संदीप उर्फ हिडिमा पाडेयाम
संदीप पर झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 35 से अधिक नक्सली मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, विस्फोट, हथियार लूट, पुलिस बल पर हमला और UAPA के तहत कई गंभीर मामले शामिल हैं।
केवल गोईलकेरा और टोंटो थाना क्षेत्र में ही उसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं।
शिवा बोदरा उर्फ शिबु
शिवा पर भी 10 से ज्यादा नक्सली मामले दर्ज हैं। छोटानागरा, कुचाई, गुवा और जराईकेला थाना क्षेत्र में वह सक्रिय रहा है। उस पर हत्या, विस्फोट, हथियार लूट और सुरक्षा बलों पर हमले के कई गंभीर केस दर्ज हैं।
लगातार सक्रिय हैं शीर्ष नक्सली
पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि माओवादी संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते के साथ अब भी कोल्हान-सारंडा क्षेत्र में घूम रहे हैं। ये दस्ता सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने और युवाओं को गुमराह कर संगठन में भर्ती करने की कोशिश कर रहा है।
अभियान जारी, पुलिस सतर्क
एसपी राकेश रंजन ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। गिरफ्तार नक्सलियों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने साफ किया कि संगठन में सक्रिय बाकी उग्रवादियों पर भी पुलिस, कोबरा, सीआरपीएफ और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीमें कड़ी नजर रखे हुए हैं।
बड़ी कामयाबी – पुलिस का मनोबल बढ़ा
इस गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। लंबे समय से जिन दो कुख्यात नक्सलियों की तलाश थी, वे आखिरकार सुरक्षाबलों के शिकंजे में आ गए। इससे पुलिस और आम जनता दोनों का मनोबल बढ़ा है।